आरती भई आरती करो संजा की आरती ......
दूध म sदोरो दुलीचंद गोरो
दुलीचंद का वाड़ा म s
अइया चु चु बईया चूचू
ऊ जाणी पायाजी
दूध भरी न s ले वा चाल्या
रादूळा लटकाया जी
चलो देराणी चलो जेठानी आपा चाला पाणीजी
पाणी भरत s कावड़ छूटी
अटक बटका चावल चटका
उसमे से निकला लाल बिजौरा
सुन सुन बाबा बात करे
परदेस में परिणाई जी
राजा सरको बाप छोड़्यो
राणी सरकी माय छोड़ी
तीज सरकी बईण छोड़ी
कुँवर कन् ई या भाई जी
अच्छी सी भोजाई जी
अन्नर कन्नर जाओ संजा बाई
सासर
आरती भई आरती करो संजा की आरती
दूध म sदोरो दुलीचंद गोरो
दुलीचंद का वाड़ा म s
अइया चु चु बईया चूचू
ऊ जाणी पायाजी
दूध भरी न s ले वा चाल्या
रादूळा लटकाया जी
चलो देराणी चलो जेठानी आपा चाला पाणीजी
पाणी भरत s कावड़ छूटी
अटक बटका चावल चटका
उसमे से निकला लाल बिजौरा
सुन सुन बाबा बात करे
परदेस में परिणाई जी
राजा सरको बाप छोड़्यो
राणी सरकी माय छोड़ी
तीज सरकी बईण छोड़ी
कुँवर कन् ई या भाई जी
अच्छी सी भोजाई जी
अन्नर कन्नर जाओ संजा बाई
सासर
आरती भई आरती करो संजा की आरती
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें