संजा का जिमना_
संजा तू जिमले चूठ ले
जीमे सारी रात
फूला भरी रे परात
चटक चांदनी सी रात
एक फूलो घाटी गयो
संजा माता रुसी गई
रुस्या प s मोर नाच्यो
एक घड़ी दो घड़ी
सवा तीन घड़ी......
संजा तू जिमले चूठ ले
जीमे सारी रात
फूला भरी रे परात
चटक चांदनी सी रात
एक फूलो घाटी गयो
संजा माता रुसी गई
रुस्या प s मोर नाच्यो
एक घड़ी दो घड़ी
सवा तीन घड़ी......
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